राजपक्षे ने एशिया कप खिताब को संकट का सामना कर रहे देशवासियों को समर्पित किया…
दुबई, 12 सितंबर। श्रीलंका की एशिया कप में खिताबी जीत के हीरो रहे भानुका राजपक्षे ने इस खिताब को संकट का सामना कर रहे अपने देश को समर्पित किया है।
श्रीलंका ने रविवार रात खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को 23 रन से हराकर 2014 के बाद एशिया कप का खिताब जीता जो उनका कुल मिलाकर छठा खिताब है।
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 58 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे लेकिन राजपक्षे (45 गेंद में 71 रन) और वानिंदु हसरंगा (21 गेंद में 36 रन) की बदौलत टीम शानदार वापसी करते हुए छह विकेट पर 170 रन बनाने में सफल रही।
राजपक्षे ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘कुछ दशक पहले हम हमेशा दुनिया को दिखाना चाहते थे कि हमारे पास आक्रामकता है और हम चाहते थे कि एक टीम के रूप में हम दोबारा उन लम्हों को पैदा करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आगे बढ़ते हुए हम विश्व कप से पहले इस लय को बनाए रखना चाहते हैं। स्वदेश में संकट के हालात को देखते हुए यह श्रीलंका के सभी लोगों के लिए एक कठिन समय है लेकिन आशा है कि हम अपने लोगों के चेहरों पर कुछ मुस्कान ला पाए हैं।’’
राजपक्षे ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘यह पूरे देश के लिए है वे इतने लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे।’’
देश में सबसे खराब आर्थिक संकट और राजनीतिक अशांति की पृष्ठभूमि में श्रीलंका ने एशिया कप खिताब जीता।
राजपक्षे के साथ मौजूदा श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टूर्नामेंट के पहले मैच में अफगानिस्तान से हारने के बावजूद पूरे टूर्नामेंट में इतना अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपने साथियों की प्रशंसा की।
शनाका ने कहा, ‘‘उस पहली हार के बाद हमने गंभीर चर्चा की। हम जानते थे कि हमारे पास प्रतिभा है लेकिन यह खेल परिदृश्यों में उन्हें लागू करने के बारे में था और सभी खिलाड़ियों ने योगदान दिया। यह एक ऐसा माहौल है जिसे हमने एक टीम और कोचिंग स्टाफ के रूप में बनाया है और अब इसका फायदा मिल रहा है।’’
श्रीलंकाई कप्तान के पास खिताब जीतने के बाद स्वदेश में प्रशंसकों के लिए संदेश भी है।
शनाका ने कहा, ‘‘हमारे क्रिकेटरों पर विश्वास करें। बहुत सारी बुरी चीजें हो रही हैं। क्रिकेटर के रूप में उन्हें भी अपने जीवन का आनंद लेना चाहिए न कि बुरी चीजें फैलाना। उनका भी निजी जीवन है। विश्वास रखें, यही कुंजी है। एक कप्तान के रूप में मैं खिलाड़ियों को विश्वास दिलाता हूं (जो भी) मैं कर सकता हूं, मैं उससे ज्यादा खिलाड़ियों से मांग नहीं करता।’’
शनाका ने कहा कि एशिया कप जीत लंबे समय से बदलाव के दौर से गुजर रहे श्रीलंका क्रिकेट के लिए आने वाली बड़ी चीजों की तरफ एक कदम हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि दो-तीन साल पहले भी टीम अच्छी क्रिकेट खेलती थी लेकिन जीत नहीं मिल रही थी। यह हमारे क्रिकेट में बदलाव हो सकता है। ये खिलाड़ी पांच-छह साल तक खेलना जारी रख सकते हैं जो एक बहुत अच्छा संकेत भी है।’’
श्रीलंका के कप्तान ने कहा, ‘‘विश्व कप क्वालीफायर से भी मदद मिलेगी क्योंकि यह हमें मुख्य टूर्नामेंट होने से पहले उन परिस्थितियों में खेलने का मौका देगा। यह वास्तव में हमारे लिए अच्छा अवसर होगा’’
मनोबल बढ़ाने वाले एशिया कप खिताब के बाद शनाका ने कहा कि यही टीम भविष्य में बड़ी सफलता हासिल कर सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत-पाकिस्तान की बात आती है तो हम जानते हैं कि यह एक अलग खेल है। हमारा क्रिकेट इतिहास भी अच्छा है इसलिए हमें यह साबित करने की जरूरत नहीं है कि हमारी टीम अच्छी है।’’
हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…