रूसी नेताओं ने गोर्बाचेव की विरासत पर दी मिली-जुली प्रतिक्रिया…

रूसी नेताओं ने गोर्बाचेव की विरासत पर दी मिली-जुली प्रतिक्रिया…

मॉस्को, 31 अगस्त। रूसी अधिकारियों और सांसदों ने मिखाइल गोर्बाचेव के निधन पर बुधवार को सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक ओर जहां शीत युद्ध को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाने के लिए उनकी प्रशंसा की, वहीं दूसरी ओर सोवियत संघ के विखंडन को रोक पाने में उनकी असफलता पर खेद भी व्यक्त किया।

यह रुख सरकारी टेलीविजन प्रसारक के रुख से मेल खाता है जिसने गोर्बाचेव को ऐतिहासिक हस्ती के तौर पर श्रद्धांजलि तो दी, लेकिन साथ ही उन्हें पश्चिमी देशों से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने में असफल रहने का जिम्मेदार ठहराया। कुछ इसी तरह का आकलन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी किया था और उन्होंने सोवियत संघ के विघटन को ‘‘20वीं सदी का सबसे बड़ी भू राजनीतिक त्रासदी’’ करार दिया था।

टेलीग्राम पर क्रेमलिन द्वारा जारी शोक संदेश में पुतिन ने गोर्बाचेव की प्रशंसा करते हुए उन्हें ऐसा व्यक्तित बताया जिसने ‘‘विश्व इतिहास पर बहुत अधिक प्रभाव छोड़ा है।’’ पुतिन ने कहा कि उन्होंने देश का नेतृत्व मुश्किल और नाटकीय बदलाव के समय में किया जब बड़े पैमान पर विदेश नीति, आर्थिक और सामाजिक चुनौती थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह महसूस करते थे कि सुधार जरूरी है और उन गंभीर समस्याओं के लिए समाधान पेश करने की कोशिश की।’’

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेक्सकोव ने गोर्बाचेव को ‘‘असमान्य’’ राजनेता करार दिया जो ‘‘देश के इतिहास में हमेशा मौजूद रहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गोर्बाचेव ने शीत युद्ध खत्म करने पर जोर दिया और उनका मानना था कि यह खत्म हो जाएगा और सोवियत संघ एवं पश्चिम के बीच प्रेमपूर्वक संबंध स्थापित होंगे। लेकिन प्रेम की वे उम्मीदें जमीनी रूप लेने में असफल हुईं। हमारे विरोधियों की खून की प्यास की प्रवृत्ति सामने आई और यह अच्छा है कि हमने समय रहते इसे महसूस कर लिया।’’

क्रेमिलन नियंत्रित संसद ने भी यही रुख अपनाया और गोर्बाचेव की उनकी ऐतिहासिक भूमिका के लिए प्रशंसा की लेकिन सोवियत संघ के विखंडन पर खेद जताया। डूमा (संसद) की विदेश मामलों की समिति के प्रमुख लियोनिद स्लुत्स्की ने गोर्बाचेव की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘‘अपने समय का सबसे उल्लेखनीय नेता’’ करार दिया, लेकिन साथ ही उन्हें ‘‘विरोधाभासी’’ हस्ती करार दिया जिनके सुधार ‘‘उन लोगों के हाथों की कठपुतली थी जो विश्व मानचित्र से सोवियत संघ को मिटाने की कोशिश कर रहे थे।’’

जस्ट रशियन पार्टी के नेता सर्गेई मिरोनोव ने सरकारी समाचार एजेंसी तास न्यूज से बातचीत में कहा कि गोर्बाचेव ‘‘ताजी हवाओं के झोंके की तरह थे जो बदलावों की उम्मीद को मूर्त रूप दे रहा था।’’ उन्होंने इसके साथ ही कहा कि उनकी नीति से ‘‘देश को भारी क्षति हुई’’ और ‘‘रूसियों की पीढ़ियों के लिए त्रासदी साबित हुई।’’ मुख्य क्रेमलिन पार्टी यूनाइटेड रशिया के सदस्य ओलेग मारोजोव ने कहा कि गोर्बाचेव को अपनी गलतियों के लिए ‘‘पछतावा’’ करना चाहिए जिससे रूस के हितों को नुकसान पहुंचा।

आरआईए नोवोस्ती न्यूज एजेंसी से मोरोजोव कहा, ‘‘यह अजीब संयोग है कि गोर्बाचेव का निधन ऐसे समय हुआ है जब यूक्रेन में विशेष अभियान चल रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह चाहे इच्छा से या अनिच्छा से अन्यायपूर्ण वैश्विक क्रम के सह रचनाकार हैं जिसकी वजह से हमारे सैनिक युद्धमैदान में लड़ रहे हैं।’’ डूमा में कम्युनिस्ट धड़े के उपाध्यक्ष निकोलाई कोलोमियेत्सेव ने एक कदम आगे बढ़ते हुए गोर्बाचेव को ‘‘गद्दार’’ करार दिया जिसने ‘‘राज्य को नष्ट किया।’’ गोर्बाचेव फाउंडेशन ने बताया कि उनको मॉस्को स्थित नोवोडिविची क्रबिस्तान में उनकी पत्नी के बगल में दफनाया जाएगा। लेकिन अबतक स्पष्ट नहीं है कि उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से होगा या नहीं।’’

हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट…