राष्ट्रमंडल महिला हॉकी: इंग्लैंड के खिलाफ होगी भारत की असली परीक्षा

राष्ट्रमंडल महिला हॉकी: इंग्लैंड के खिलाफ होगी भारत की असली परीक्षा

 

बर्मिंघम, 01 अगस्त । भारतीय महिला हॉकी टीम मंगलवार को यहां जब इंग्लैंड से भिड़ेंगी तो उसकी नजरें बदला चुकता करने पर टिकी होंगी जबकि राष्ट्रमंडल खेलों में यह टीम की पहली बड़ी परीक्षा होगी।

भारतीय टीम ने पूल ए के अपने शुरुआती दो मैच में घाना पर 5-0 और वेल्स के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की है लेकिन सविता पूनिया की अगुवाई वाली टीम दबदबे वाला प्रदर्शन करने में नाकाम रही है।

मंगलवार को भारतीय टीम अतिरिक्त प्रेरणा के साथ उतरेगी क्योंकि यह वही इंग्लैंड टीम है जिसने तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक के प्ले आफ में उसे हराकर पदक से वंचित किया था। भारतीय टीम अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने के करीब पहुंच गई थी लेकिन कांस्य पदक के प्ले आफ में इंग्लैंड से 3-4 से हार गई।

इंग्लैंड ने ही 2018 में गोल्ड कोस्ट में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पदक से महरूम कर दिया था। भारत तब कांस्य पदक के मैच में 0-6 से हार गया था।

स्वाभाविक रूप से भारतीय टीम बदला लेने के लिए तैयार होगी। भारत की राह हालांकि आसान नहीं होगी क्योंकि उसकी नौवीं रैंकिंग के मुकाबले इग्लैंड की विश्व रैंकिंग पांच है।

भारत को इस तथ्य से आत्मविश्वास मिलेगा कि उन्होंने हाल ही में स्पेन और नीदरलैंड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित विश्व कप में इंग्लैंड को 1-1 से ड्रॉ पर रोक दिया था।

कप्तान सविता ने कहा, ‘‘इंग्लैंड एक अच्छी टीम है और बर्मिंघम में उन्हें घरेलू हालात में खेलने का फायदा भी है। यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण मैच होगा लेकिन हम भी शुरुआती दो मैच में जीत के बाद अच्छी फॉर्म में हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने हाल के दिनों में इंग्लैंड के साथ खेला है इसलिए दोनों टीम एक-दूसरे के खेल को अच्छी तरह से जानती हैं। उन्होंने हमारे खिलाफ कुछ बड़े मैच भी जीते हैं इसलिए वे एक मजबूत टीम हैं लेकिन हमने अपनी तैयारी की है और यह उस दिन बेसिक्स सही रखने पर निर्भर करेगा।’’

सविता ने कहा, ‘‘यह प्रतियोगिता में एक महत्वपूर्ण मुकाबला है और हम अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’

भले ही गुरजीत ने प्रतियोगिता में पेनल्टी कॉर्नर पर कुछ गोल किए हैं लेकिन भारत की मुख्य कोच यानेक शॉपमैन के लिए पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाना एक बड़ी चिंता बनी हुई है।

भारत अगर इंग्लैंड को पछाड़ना चाहता है तो अग्रिम पंक्ति को भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत है। वंदना कटारिया अग्रिम पंक्ति में भारत के लिए स्टार रही हैं। उन्होंने वेल्स के खिलाफ दो गोल किए लेकिन उन्हें लालरेमसियामी और शर्मिला देवी जैसी खिलाड़ियों से अधिक समर्थन की आवश्यकता है।

मिडफील्ड और अग्रिम पंक्ति के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत है जिससे कि अधिक मौके बनाए जा सकें।

मंगलवार को एक और जीत भारत की सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित कर देगी। टीम बुधवार को कनाडा के खिलाफ आखिरी पूल मुकाबला खेलेगी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…