उत्तर कोरिया ने चीन के साथ संबंधों को बताया अटूट…
सियोल, 11 जुलाई। गठबंधन संधि पर हस्ताक्षर की 61वीं वर्षगांठ के मौके पर उत्तर कोरिया ने सोमवार को चीन के साथ अपने संबंधों को अटूट करार दिया।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 1961 में हस्ताक्षरित डीपीआरके-चीन मैत्री, सहयोग और पारस्परिक सहायता की संधि की वर्षगांठ के मौके पर द्विपक्षीय संबंधों की अत्यधिक बात की। डीपीआरके का मतलब उत्तर के आधिकारिक नाम डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है।
उत्तर कोरिया ने कहा, हाल के वर्षो में शी जिनपिंग के साथ किम जोंग-उन के बीच हुई कई बैठकों और वार्ताओं ने फिर से दोनों देशों के बीच एकता को प्रदर्शित किया। हमारा मैत्रीपूर्ण संबंध अटूट है।
11 जुलाई 1961 को, दोनों देशों ने द्विपक्षीय संधि पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत हमला होने पर वे एक-दूसरे को सैन्य और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए बाध्य हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…