अब होम्योपैथिक दवाई मीठी गोली न होकर एडवांस तरीके से बीमारी को ठीक करने वाली दवा है। डॉ आंनद चतुर्वेदी…

अब होम्योपैथिक दवाई मीठी गोली न होकर एडवांस तरीके से बीमारी को ठीक करने वाली दवा है। डॉ आंनद चतुर्वेदी…

लखनऊ: अटल बिहारी वाजपेयी साइन्टिफ़िक कन्वेन्शन सेन्टर, केजीएमयू में होम्योपैथिक फ्रेटरनिटी ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय होम्योपैथिक सम्मेलन 2022 का आयोजन किया गया। सम्मेलन का विषय होम्योपैथी का विकास है। जिसे 2 जुलाई को मास्टर डॉ सी.एफ.एस. हैनिमैन की पुण्यतिथि पर किया गया है। सम्मेलन का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ दयाशंकर मिश्रा ‘दयालू’ रहे। सम्मानित अथितियों में केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी, डॉ प्रज्ञा त्रिपाठी (एम एल सी) और डॉ सकेंद्र प्रताप वर्मा ने शिरकत किया।
दो दिवसीय आयोजित इस सम्मेलन के आयोजन में अध्यक्ष डॉ आनंद चतुर्वेदी ने प्रमुख भूमिका निभाई। वह मेहनती हैं और होम्योपैथी के प्रचार और प्रसार के लिए अथक प्रयास करते हैं। उन्हें सहयोग देने वाले समर्पित और मेहनती लोगों की टीम है, जिसमें संगठन सचिव डॉ रेणु महेंद्र, उपाध्यक्ष डॉ एस.डी. सिंह, समन्वयक डॉ ए.के. सिंह और इस सम्मेलन के संयोजक डॉ. बी.एन. आचार्य है।
डॉ आनंद चतुर्वेदी ने होम्योपैथिक दवाई को लेकर बताया कि समय के साथ साथ होम्योपैथिक दवाई मरीज में बीमारी को जल्दी और बहुत ही असरदार तरीके से ठीक करती है। अब होम्योपैथिक दवाई मीठी गोली न होकर बहोत एडवांस तरीके से कम समय मे ही बीमारी को पूरी तरह से ठीक करने वाली दवा है। बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए होम्योपैथिक दवाई एलोपैथिक दवाई से कई गुना बेहतर है। हर उम्र के लोग किसी भी तरह की बीमारी में इलाज के लिए, होम्योपैथी दवाई ले और बीमारी को जड़ से ठीक करे। होम्योपैथिक दवाई की विशेषता और इसके महत्त्व को दुनिया समझ रही है। यह सम्मेलन चिकित्सा विशेष रूप से होम्योपैथी के क्षेत्र में एक मिसाल होगी और मील का पत्थर साबित होगी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…