ध्रुवीकृत राष्ट्र में परिवर्तन का केवल एक रास्ता ‘‘मतदान’’ है : मिशेल ओबामा…
लॉस एंजिलिस (अमेरिका), 14 जून। अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने सोमवार को अमेरिकियों से राजनीतिक व्यवस्था में जारी गतिरोध से निराश ना होने की अपील की और कहा कि ध्रुवीकृत राष्ट्र में परिवर्तन का केवल एक रास्ता ‘‘मतदान’’ है। मिशेल ओबामा ने राष्ट्रीय मतदान संगठन के लॉस एंजिलिस शिखर सम्मेलन में कहा, ‘‘यह हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने और उसका विस्तार करने, इस गड़बड़ी से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तथा एकमात्र रास्ता है।’’ मिशेल ने इसकी शुरुआत करने में मदद की थी। उन्होंने ‘गेरीमैंडरिंग’ प्रथाओं और राज्यों में मतदान प्रतिबंधों आदि का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमारा लोकतंत्र कमजोर पड़ रहा है।’’ ‘गेरीमैंडरिंग’ से तात्पर्य चुनावी क्षेत्र के सीमा-परिवर्तन से है।
मिशेल ने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार, व्यापक बंदूक हिंसा और कैपिटल हिल पर छह जनवरी को हुई हिंसा सहित कई घरेलू संघर्षों एवं विवादों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘कई बार चीजों को नजरअंदाज करना आसान होता है।’’ उन्होंने कहा कि किसी को भी बाहर या घर पर बैठने का सुख हासिल नहीं है, क्योंकि ‘‘ यदि आप वोट नहीं करेंगे, तो अन्य लोग करेंगे।’’ मिशेल ओबामा ने कहा कि 2020 राष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड स्तर पर मतदाताओं ने मतदान किया था, जबकि पिछले सप्ताह कैलिफोर्निया में प्राइमरी चुनाव में मतदान काफी कम हुआ।
मिशेल ने कहा, ‘‘मैं हर उस अमेरिकी से विनती करना चाहती हूं जो हमारे लोकतंत्र की परवाह करते हैं कि वह नाराज या निराश न हो। मैं चाहती हूं कि आप सक्रिय रहें, हमें हमारे लोकतंत्र के बारे में सोचने का नजरिया बदलना होगा। हमें इसमें अपनी भूमिका भी बदलनी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर आवाज मायने रखती है और वोट मायने रखता है।’’ ‘व्हेन वी ऑल वोट्’ के ‘कल्चर ऑफ डेमोक्रेसी समिट’ का समापन मिशेल ओबामा के भाषण के साथ हुआ। मिशेल ओबामा ने अमेरिका में योग्य मतदाताओं को पंजीकृत करने में मदद करने के लिए 2018 में ‘व्हेन वी ऑल वोट’ कार्यक्रम की शुरुआत भी की थी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…