दिन के पहले सत्र में निवेशकों को लगा 2.85 लाख करोड़ का चूना…
नई दिल्ली, 10 जून। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में एक बार फिर भगदड़ मची हुई नजर आ रही है। आज दिन के पहले कारोबारी सत्र में ही शेयर बाजार में निवेशकों ने जोरदार बिकवाली की वजह से 2.85 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि गंवा दी थी। इतना ही नहीं आज शुरुआती 5 मिनट के कारोबार में ही बाजार में आई गिरावट के कारण निवेशकों के 2.51 लाख रुपये डूब गए थे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक आज बाजार खुलने के बाद शुरुआती 5 मिनट में ही निवेशकों को तो ढाई लाख करोड़ रुपये का चूना लगा ही था, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी घटकर 253 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया था।
आज कारोबार की शुरुआत होते ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने चौतरफा बिकवाली शुरू करके भारतीय बाजार से अपने पैसे की निकासी करनी शुरू कर दी थी। इस बिकवाली के कारण दिन के पहले कारोबारी सत्र के अंत में दोपहर 12 बजे तक सेंसेक्स 896.30 अंक यानी 1.53 प्रतिशत टूट कर 54,423.98 अंक के स्तर पर आ गया था, वही निफ्टी भी 250.75 अंक यानी 1.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,227.35 अंक के स्तर पर आ गया था।
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि आज भारतीय बाजार में आई इस जोरदार गिरावट की वजह मूल रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिल रहे नकारात्मक संकेत हैं। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक अमेरिका के महंगाई दर के आंकड़े पर पूरी दुनिया के विश्लेषकों की नजर टिकी हुई है।
माना जा रहा है कि अमेरिका में महंगाई दर के आंकड़े रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं। ऐसा होने पर अमेरिकी फेड रिजर्व को अपनी नीतियों में और कड़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है, जिनमें ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की बात भी शामिल है। ऐसा होने से अमेरिका समेत दुनिया भर के शेयर बाजार के सेंटीमेंट्स पर भी इसका प्रत्यक्ष असर पड सकता है।
इसी तरह मार्केट एनालिस्ट मयंक मोहन का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, जिसकी वजह से भारत के आयात बिल पर इसका प्रत्यक्ष असर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट आने के बावजूद कच्चे तेल की कीमत अभी भी 3 महीने के सर्वोच्च स्तर के आसपास बनी हुई हैं। ऐसी स्थिति में घरेलू मुद्रा यानी रुपये पर काफी दबाव की स्थिति बन गई है और वो रिकॉर्ड स्तर तक नीचे पहुंच गया है।
इसके साथ ही अमेरिकी बाजार में बढ़ने वाली महंगाई की आशंका और अमेरिकी फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना के कारण विदेशी निवेशक तेजी से अपना पैसा निकालने की कोशिश में लग गए हैं। जिससे घरेलू शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने बिकवाली तेज कर दी है, जिसकी वजह से शेयर बाजार आज डेढ़ प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है और निवेशकों के 2.85 लाख करोड़ रुपये अभी तक के कारोबार में ही स्वाहा हो चुके हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…