बीडीओ पर हमला करने वाला भाजपा विधायक गिरफ्तार…

बीडीओ पर हमला करने वाला भाजपा विधायक गिरफ्तार…

लात-घूसों से की थी सरकारी अधिकारी की पिटाई…

भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस ने देवगढ़ जिले में एक प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) पर हमला करने के आरोप में भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही को उनके यहां स्थित सरकारी आवास से रविवार को गिरफ्तार कर लिया।

पाणिग्रही के साथ, अकालू ढाल और कुमारमणि साहू नाम के उनके दो सहयोगियों को भी तिलीबनी बीडीओ कृष्णचंद्र दलपति पर जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। घटना शनिवार को भालियागुड़ा गांव में हुई थी।

दलपति ने देवगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें दावा किया गया है कि विधायक और उनके सहयोगियों ने बीडीओ कार्यालय के पास उन पर हमला किया था, क्योंकि किसी सरकारी काम में व्यस्त होने के कारण वह विधायक को वहां नहीं मिले थे।

शिकायत के अनुसार, विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा पीटने और लात मारने से बीडीओ के चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आईं हैं।

पाणिग्रही ने भी इसी थाने में बीडीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि दलपति ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था।

देवगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राज किशोर पैकरे ने कहा कि पुलिस ने विधायक और बीडीओ की शिकायत के आधार पर दो मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ओडिशा भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्र ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि यह ‘पूर्व नियोजित’ थी। उन्होंने कहा, “ विधायक ने सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बीडीओ ने सरे आम उनका कॉलर पकड़ लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। दलपति के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।”

सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए।

पार्टी प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा, “ड्यूटी पर सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट करना उचित नहीं है। पुलिस ने सही फैसला लिया है।”

इस साल ओडिशा में किसी विधायक की गिरफ्तारी का यह पहला मामला नहीं है।

बालूगांव से सत्तारूढ़ बीजद के विधायक प्रशांत जगदेव को मार्च में तब जेल भेज दिया गया था, जब उनकी कार पंचायत चुनाव के दौरान भीड़ पर चढ़ा दी गई थी जिसमें कई लोग घायल हो गए थे।

जनवरी में, केंद्रीय जनजातीय मामले और जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू पर मयूरभंज जिले में अपने कार्यालय में जिला योजना बोर्ड के उप निदेशक अश्विनी मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष महापात्र पर हमला करने का आरोप लगाया गया था।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…