अपना अभियान पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे दिल्ली और कोलकाता…

अपना अभियान पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे दिल्ली और कोलकाता…

मुंबई, 27 अप्रैल। दिल्ली कैपिटल्स की टीम पिछले मैच के ‘नोबॉल’ विवाद को भुलाकर वापसी के लिये बेताब एक अन्य टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में आवश्यक लय हासिल करने की कोशिश करेगी।

दिल्ली को पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स से 15 रन से हार का सामना करना पड़ा था। यह मैच ऊंची फुलटॉस को नोबॉल न दिये जाने के विवाद के कारण चर्चा में रहा जिसके बाद दिल्ली के सहायक कोच प्रवीण आमरे पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया गया था।

उसके मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने पृथकवास पर रहते हुए यह करीबी मैच देखा था। उनकी अब वापसी हो गयी है और उन्हें उम्मीद है कि टीम टूर्नामेंट के दूसरे चरण में जरूरी लय हासिल करने में सफल रहेगी।

दिल्ली सात मैचों में तीन जीत से अंकतालिका में सातवें स्थान पर है जबकि केकेआर ने अपने पिछले चार मैच गंवाये हैं और वह आठवें स्थान पर है।

दिल्ली की बल्लेबाजी मजबूत है जिसमें डेविड वार्नर, पृथ्वी सॉव, ऋषभ पंत और रोवमैन पॉवेल जैसे खिलाड़ी हैं। केकेआर के गेंदबाजों को उनके सामने सतर्क रहना होगा।

वार्नर लगातार तीन अर्धशतक जड़ने के बाद रॉयल्स के खिलाफ नहीं चल पाये थे और वह फिर से बड़ी पारी खेलने के लिये बेताब होंगे। पृथ्वी को भी अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने की जरूरत है।

दिल्ली ने सरफराज खान को तीसरे नंबर पर आजमाया लेकिन वह नाकाम रहे। यह देखना होगा कि टीम उन पर फिर से भरोसा दिखाती है या नहीं।

कप्तान पंत और तीनों ऑलराउंडर ललित यादव, शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल को अहम भूमिका निभानी होगी। पंत अकेले दम पर किसी भी मैच का रुख पलट सकते हैं, लेकिन वह अभी तक अपनी क्षमता के साथ उचित न्याय नहीं कर पाये हैं। पॉवेल ने पिछले मैच में छक्के जड़ने की अपनी क्षमता का अच्छा परिचय दिया था।

दिल्ली के गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उन्हें पिछले मैच में जोस बटलर के हाथों हुई धुनाई को भूलना होगा। खलील अहमद शुरू में ही विकेट ले रहे हैं और मुस्ताफिजुर रहमान ने उनका अच्छा साथ दिया है।

कुलदीप यादव ने मौकों को अच्छी तरह से भुनाया है, वहीं अन्य स्पिनर अक्षर और ललित ने भी अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है। इन तीनों ने मिलकर अभी तक 20 विकेट लिये हैं और ऐसे में उनके 12 ओवर महत्वपूर्ण होंगे।

जहां तक केकेआर का सवाल है तो उसे अपना संयोजन सही करने की जरूरत है। उसके कप्तान श्रेयस अय्यर सहित सभी बल्लेबाजों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

श्रेयस पिछले मैच में नहीं चल पाये थे। सैम बिलिंग्स और सुनील नारायण की उसकी सलामी जोड़ी भी विफल रही थी। यदि इन दोनों को पारी का आगाज का जिम्मा फिर से सौंपा जाता है तो उन्हें टीम को आक्रामक शुरुआत देनी होगी।

श्रेयस, नीतीश राणा, रिंकू सिंह और वेंकटेश अय्यर के लिये दिल्ली के स्पिनरों का सामना करना आसान नहीं होगा। वेंकटेश को मध्यक्रम में उतारने के अभी तक अनुकूल नतीजे नहीं आये हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…