मौरा शहर में शांतिरक्षकों को जाने की अनुमति दे माली : संयुक्त राष्ट्र दूत…

मौरा शहर में शांतिरक्षकों को जाने की अनुमति दे माली : संयुक्त राष्ट्र दूत…

संयुक्त राष्ट्र, 08 अप्रैल। माली में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष दूत ने मांग की है कि देश का सैन्य नेतृत्व उस शहर में शांतिरक्षकों को जाने की अनुमति दे, जहां माली सेना और संदिग्ध रूसी जवानों द्वारा हाल में करीब 300 लोगों की कथित रूप से हत्या की गई। यह घटना कथित मानवाधिकार उल्लंघन के उन कई मामलों में से एक है, जिनकी अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने निंदा की है। मानवाधिकार समूह ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ के अनुसार, मौरा में करीब 300 पुरुषों की हत्या की घटना इस्लामिक चरमपंथियों के खिलाफ माली में पिछले 10 साल से जारी सशस्त्र संघर्ष के दौरान ज्यादती की सबसे भयावह घटना है। ब्रिटेन और फ्रांस ने आरोप लगाया कि इन हत्याओं में रूसी अर्द्धसैन्य संगठन ‘वैगनर ग्रुप’ के भाड़े के सैनिक शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि अल-घसीम वान ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि सरकार ने एक अप्रैल को जारी एक विज्ञप्ति में कहा था कि मोप्ती के दक्षिण में मध्य माली के मौरा क्षेत्र में ‘‘उसने कई आतंकवादी तत्वों को निष्क्रिय’’ किया। उन्होंने कहा कि ‘मिनुस्मा’ के नाम से जाने जाने वाले संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा मिशन को ‘‘इस अभियान के दौरान बड़ी संख्या में आम नागरिकों के खिलाफ गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन’’ की घटनाओं की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि ‘मिनुस्मा’ ने इस क्षेत्र में पहुंच मुहैया कराए जाने की अनुमति मांगी है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…