एलटीटीएस ने मेटा जगत में प्रवेश किया…

एलटीटीएस ने मेटा जगत में प्रवेश किया…

मुंबई, 30 मार्च। एलऐंडटी गु्रप की इंजीनियरिंग सेवा इकाई एलऐंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज (एलटीटीएस) मेटा सेगमेंट पर बड़ा दांव लगा रही है। कंपनी मेटावर्स के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित कर रही है और साथ ही मेटा के लिए व्यावसायिक इकाई लगा रही है। यह सीओई जुलाई-अगस्त तक शुरू कर दिया जाएगा।

एलटीटीएस के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक अमित चड्ढा ने कहा कि जहां महामारी की वजह से पूरी दुनिया में व्यवसाय के डिजिटलीकरण में तेजी आई है, वहीं 5जी, डिजिटल उत्पादों, एआई और डिजिटल निर्माण से पारंपरिक और डिजिटल के समावेश से भी इस दिशा में बढ़ावा मिला है।

चड्ढा ने पिछले साल इस कंपनी की कमान संभाली थी और कंपनी को डिजिटल बदलाव की दिशा में आगे ले जाने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कंपनी में 6 बड़े तकनीकी बदलावों पर जोर दिया जिनमें इलेक्ट्रिक ऑटोनोमस कनेक्टेड व्हीकल्स (ईएवीसी), 5जी, मेडटेक, एआई और डिजिटल उत्पाद एवं डिजिटल निर्माण शामिल हैं। उनका मानना है कि सिर्फ राजस्व और मुनाफे पर ध्यान केंद्रित करना सब कुछ नहीं है और इसलिए एलटीटीएस का मकसद उद्योग केंद्रित वृद्घि, निरंतर मुनाफा वृद्घि, कर्मचारी जोड़े रखने की क्षमता में सुधार, ईएसजी पर भी ध्यान देना शामिल होगा।

चड्ढा ने कहा कि इन 6 दांव में, ईएवीसी को कम किया गया है, मेडटेक दांव की मजबूत शुरुआत की गई है और अन्य तीन बड़े सेगमेंट में 5जी, डिजिटल उत्पाद एवं एआई, डिजिटल निर्माण शामिल हैं। चड्ढा ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा, ‘इन तीनों का परिणाम वास्तव में मेटा या मेटावर्स के लिए अच्छा दिख रहा है। हम मेटा नामक कंपनी में वर्टिकल पेश कर रहे हैं। इसमें हम अपनी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स टीम, उत्पाद एवं सॉफ्टवेयर टीम की दक्षता का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ हालांकि चड्ढा ने कोई खास आांकड़ा बताने से परहेज किया, लेकिन उन्न्होंने कहा कि कंपनी ने पिछले साल जिन पांच बदलावों की घोषणा की थी, उनका कंपनी के राजस्व में अभी 50 प्रतिशत योगदान भी नहीं है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…