फर्जी दस्तावेज तैयार कर वक्फ की संपत्ति की वसीयत का आरोप…
गाजियाबाद। नगर कोतवाली क्षेत्र में वक्फ की संपत्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार कर वसीयत करने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने पांच आरोपितों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नगर कोतवाली निवासी सबा खालिद का कहना है कि उनके पिता सैय्यद अख्तर अली 3ए वक्फ करीमुन्निसां के मुतावल्ली थे। तीन मई 2021 को उनकी मृत्यु हो गई थी। इसके तुरंत बाद 16 मई 2021 को उनकी मां फरहाना अख्तर और 25 मई 2021 को उनके इकलौते भाई मसूद अख्तर की भी मृत्यु हो गई। उनका कहना है कि उनकी खानदानी वक्फ संपत्ति उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में रजिस्टर्ड है। जिसकी मुतावल्ली पहले उनकी दादी बिलकीस जहां थीं और उसके बाद उनके पिता सैय्यद अख्तर अली उसके मुतावल्ली थे। अब उनकी मृत्यु के बाद सबा के चाचा सैय्यद अथर अली को वक्फ बोर्ड द्वारा मुतावल्ली नियुक्त किया गया। आरोप है कि उनकी भाभी हिना मसूद, भाभी के पिता राशिद अली और उनके भाइयों तारिक अली, अब्दुल्लाह राशिद व अली राशिद ने मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी वसीयत उनके पिता के फर्जी हस्ताक्षर कर बना ली। इसका इस्तेमाल वह वक्फ बोर्ड में भी कर रहे हैं। आरोप है कि आरोपितों ने सारी संपत्ति जो कि वक्फ की है, वह उनके दिवंगत भाई मसूद अख्तर के नाम दिखा दी है, जबकि नियम के मुताबिक इस संपत्ति की वसीयत नहीं हो सकती। नगर कोतवाली प्रभारी अमित कुमार खारी का कहना है कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…