विद किड्स इन केरला…
कहीं घूमने जाना हो और बच्चे साथ हों तो प्लानिंग सही ढंग से करनी पड़ती है। कहां जायें? जहां बच्चों को भी उतना ही मजा आये जितना हमे? वर्ना ना आप उस जगह का आनंद उठा पाएंगे ना बच्चे! क्योंकि अगर बच्चे खुश ना हों तो वो आपको भी खुश नहीं रहने दे सकते! मुझे आज भी अपना केरला का ट्रिप याद है जब बच्चों के साथ हमने जी भर कर मजा किया था और एक यादगार अनुभव लेकर लौटे थे। उस बेहतरीन अनुभव को मैं आपके साथ भी शेयर करना चाहूंगी ताकि आप भी केरला का भरपूर लुत्फ उठा पाएं वो भी बच्चों के साथ।
कोचीन:- केरला में कोचीन एक ऐसे जगह है जहां सबको बहुत मजा आने वाला है। कोचीन शहर में बच्चों को फेरी की सवारी करवाएं और शहर का पूरा नजारा दिखायें जो अपने आप में एक अनोखा अनुभव होगा। कोचीन मसालों के व्यापार के लिए तो प्रसिद्ध है ही साथ ही यहां चीनी, अरबी, पुर्तगाली, डच और ब्रिटिश सभ्यता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। शुरुआत करें डच पैलेस से जहां की रंगबिरंगी दीवारें बच्चों को बहुत पसंद आएंगी। इन दीवारों में लाल, पीले, हरे और सफेद रंगों का इस्तेमाल कर रामायण और महाभारत के साथ ही हिन्दू देवी देवताओं के चित्रों को बड़े ही अनोखे अंदाज में दर्शाया गया है। डच पैलेस देखने के बाद आप बढ़ चलें वाटरफ्रंट की ओर। जब वाटरफ्रंट के किनारे चलते हुए बच्चे रंग बिरंगे बोटस और अद्भुत चीनी फिशिंग नेट देखेंगे तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नही रहेगा।
कोचीन के प्रसिद्ध फिशिंग नेट्स:-
-अगर आपके साथ छोटे बच्चे हों तो बेहतर होगा यदि आप थ्री व्हीलर या रिक्शा ले लें ताकि बच्चे थके न और पूरा आनंद उठा पाएं।
कथकली:- बच्चों को कथकली परफॉरमेंस दिखाने जरूर लेकर जायें यह उनके लिए बहुत शानदार अनुभव होगा। कथकली करते हुए कलाकार जिस तरह के कपड़े पहने हैं,मुखौटे लगाते हैं और चेहरे के हाव-भाव द्वारा कैसे संगीत के साथ रामायण और महाभारत के दृश्य को जीवंत कर देते हैं। ये सब शायद ही आपके बच्चों ने पहले कभी देखा हो। हो सके तो कथकली की परफॉरमेंस होने से थोडा पहले वहां पहुंच कर बच्चों को दिखाएं कि ये कलाकार परफॉरमेंस से पहले किस तरह इतनी मेहनत और लगन के साथ तैयार होते हैं।
वीगा लैंड:- क्या आपको इतनी थकान के बाद कुछ आराम के पल चाहिए? तो चल पड़िए वीगा लैंड की तरफ जहां के वाटर पार्क, वेव पूल, वाटर कोस्टर, वाटर स्लाइड्स देखने के बाद तो बच्चे तो आपको भूल ही जायेंगे साथ ही आप भी दिन भर की थकान को कहां याद रखने वाले हैं। यहां पर बच्चों के लिए खास एम्यूजमेंट पार्क है जहां बहुत सारे झूलें लगे हैं। यहां के रेस्टोरेंट और स्नैक बार में आप बच्चों की मनपसन्द चीजे खरीद सकते हैं।
बैकवाटर्स ऑफ केरला:- केरला के बैकवाटर्स तो दुनिया भर में मशहूर हैं। यहां के बैकवाटर्स जो की हरे-हरे ताड़ के बड़े पेड़ों से घिरे हुए हैं बहुत ही सुंदर लगते हैं। केरला जाकर और कुछ करें ना करें पर अपने पूरे परिवार के साथ हाउसबोट की सवारी जरूर करें। सच मानिये, हाउसबोट पर बैठ कर द्वीप से होते हुए गुजरना, पानी में बत्तख और मेंढक को देखना और रंगबिरंगे पंछियों को नजदीक से उड़ते हुए देखना बहुत ही रोमांचक ओर शांतिमयअनुभव होगा। और बच्चे तो जैसे जोश से भर जायेंगे और चाहेंगे की हाउसबोट का यह सफर कभी ख़त्म ही न हो।
पेरियार टाइगर रिजर्व:- इस रिजर्व में बच्चों को शेर और दुसरे जंगली जानवरों से मुलाकात करने का मौका मिलेगा जो उनकी जंगल बुक की कहानी से कम नहीं होगा। यहां पर हाथी, भालू, बन्दर और हिरन भी देखने को मिल सकते हैं। और हां, इस रिजर्व को घूमने का तरीका भी बहुत अनोखा है आप चाहे तो बच्चों के साथ बोट के जरिये भी पुरे रिजर्व का भ्रमण कर सकते हैं या फिर एक नेचर वाक लेना भी अच्छा आईडिया होगा।
मुन्नार:- गर्मी अगर आपके बच्चों को परेशान कर रही है तो आप मुन्नार का रुख कर सकते हैं। यहां के खूबसूरत पहाड़ देख कर और चाय के बागानों में घूम कर आपके दिल के टुकड़ों को एक अनोखा और शैक्षिक (एजुकेशनल) अनुभव मिलेगा। और हां, कुण्डला लेक में बच्चों से पेडल बोट चलवाना मत भूलियेगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…