शाही मैसूर की शानो-शौकत…
हमारा साउथ इंडिया का सफर भला मैसूर की यात्रा किये बिना कैसे पूरा हो सकता है। कर्नाटका का दूसरा बड़ा शहर मैसूर बहुत ही खूबसूरत शहर है जो पुरानी सभ्यता के साथ ही मॉडर्न कल्चर को भी बखूबी समेटे हुए है। मैसूर शहर में एक शाही अंदाज की झलक दिखाई देती है। ये शहर कभी शाही परिवारों का ठिकाना हुआ करता था, तभी तो आज भी यहां ये रॉयल लुक नजर आता है। मैसूर शहर 11वीं शताब्दी की बेशकीमती धरोहर समेटे हुए है। यहां पर आपको महलों के साथ ही संग्रहालयों के खजाने देखने को मिलेंगे जो आपको पुराने युग में ले जायेंगे।
मैसूर के शाही महल:- मैसूर में महलों की जो शानदार शाही खूबसूरती देखने को मिलती है वो आपको सम्मोहित कर देगी। कई शाही परिवारों ने इन महलों में अपना जीवन बिताया था। मैसूर महलों की बात हो तो सबसे पहले दिमाग में नाम मैसूर पैलेस का ही आता है। मैसूर शहर के बीचोबीच बसा यह पैलेस पर्यटकों का सबसे बड़ा आकर्षण है। इस महल के सात शाही दरवाजे देख कर ही आप को इस महल की शानो शौकत का अंदाजा हो जायेगा। इस महल को मैसूर राज्य के वडियार महाराजाओं ने बनवाया था।
यहां एक कल्याण मंडप है जिसकी छत कांच की बनी हुई है और दीवारों पर शाही जमाने की तस्वीरें लगी हुई हैं। लेकिन इस महल की ख़ास बात जो है वो है यहां पर रखा स्वर्णिम सिंहासन जो बहुत ही बहुमूल्य रंगीन रत्नों से जड़ा हुआ है। दशहरे के दौरान इस महल को रोशनी में इस तरह नहला दिया जाता है मानो रात में भी सुबह का एहसास हो। दशहरे के इसी पावन मौके पर इस सिंहासन को जनता के देखने के लिए रखा जाता है। मैसूर पैलेस के अलावा और भी पांच महल हैं मैसूर शहर में जिनकी भव्यता भी कोई कम नहीं है। ये महल हैं चेलुवंबा मेंशन, जगमोहन पैलेस, जयलक्ष्मी विलास, करांजी मेशन, ललिता महल जिनकी शान बस देखते बनती है।
मैसूर के मंदिर:-
मैसूर मंदिर:- मैसूर के मंदिर की भव्यता और डिजाईन देख कर आपकी आंखे खुली की खुली ही रह जाएंगी। मैसूर में यूं तो कई मंदिर है पर सबसे प्रसिद्ध मंदिर है मां चामुंडेश्वरी का, जो मैसूर से 13 किमी की दुरी पर स्थित है। यह देवी दुर्गा का मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। मंदिर की ईमारत में सात मंजिलें हैं। पहाड़ की चोटी पर बना यह विशाल मंदिर बहुत ही मनोरम प्रतीत होता है। मंदिर की ख़ास बात ये है कि यहां देवी दुर्गा की शुद्ध सोने की प्रतिमा और मंदिर के पास ही महिषासुर की विशाल प्रतिमा भी देखने को मिल जाएगी। यहां आप लक्ष्मीनारायण मंदिर, श्वेत वराहस्वामी मंदिर, महाबलेश्वर मंदिर और प्रसन्ना कृष्णास्वामी मंदिर जरूर देखें।
मैसूर के संग्रहालय:- मैसूर को संग्रहालयों का शहर कहें तो कुछ गलत नहीं होता। मैसूर में पांच बड़े-बड़े संग्रहालय हैं जिनमे एशिया के बड़े संग्रहालयों में से एक माना जाने वाला फॉक ऑर्ट म्यूजियम भी है। इन संग्रहालयों में मैसूर की पुरानी सभ्यता को दर्शाती चीजें तो रखी गयी हैं साथ ही शाही युग के भव्यता की झलक भी यहां देखने को मिल जाएगी। मैसूर की लोक कलाओं को करीब से जानना चाहते हैं तो इन संग्रहालयों की सैर जरूर करें। यह सैर आपको रोमांचित तो करेंगी ही, साथ ही शैक्षिक भी होंगी।
मैसूर के झील:-
कारंजी लेक:- कुदरत की खूबसूरती का असली मजा लेना चाहते हैं तो मैसूर की झीलों के मनोरम माहौल का आनंद जरूर लें। यहां आकर आपको सुकून और शांति का एहसास होगा। कारंजी लेक, कुकरहली लेक और लिंगबुदी लेक की प्राकृतिक सुन्दरता किसी का भी दिल चुरा लेने के लिए काफी है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…