अमेरिका में अश्वेतों के गिरजाघर जलाने के आरोपी को अदालत ने दोषी ठहराया…
स्प्रिंगफील्ड (अमेरिका), 11 फरवरी। अमेरिका के मेन राज्य में एक व्यक्ति को अदालत ने मुख्य रूप से अश्वेत समुदाय के लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मैसाचुसेट्स गिरजाघर में आग लगाने का दोषी ठहराया है और इसे नस्ली द्वेष से प्रेरित बताया है।
मेन राज्य के हूल्टन निवासी 45 वर्षीय दुशको वुल्चेव को बृहस्पतिवार को एक संघीय अदालत ने गिरजाघर से जुड़े लोगों की ‘‘जाति, रंग और जातीय विशेषताओं की वजह से’’ धार्मिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के चार मामलों में और आग लगाने के के एक मामले में दोषी ठहराया।
अधिकारियों का आरोप है कि 28 दिसंबर, 2020 को तड़के व्यक्ति ने स्प्रिंगफील्ड में मार्टिन लूथर किंग जूनियर प्रेस्बिटेरियन गिरजाघर में आग लगा दी, जिससे व्यापक क्षति हुई। अधिकारियों का कहना है कि वह पहले भी गिरजाघर में कई बार आग लगा चुका था।
मूल रूप से बुल्गारिया के नागरिक वुलचेव पर 2016 में मेन में अपहरण और घरेलू हिंसा का भी आरोप लगाया गया था। हालांकि, अदालत ने अपहरण के आरोप को खारिज कर दिया गया ,लेकिन उसे हमले और अन्य आरोपों में 258 दिनों की जेल की सजा सुनाई गई थी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…