आपमें है कॉन्फिडेंस…

आपमें है कॉन्फिडेंस…

दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो, जिसने जीवन में संघर्ष न किया हो। संघर्ष का दौर ही हमारे अंदर छिपे आत्मविश्वास को सामने लाता है। मुश्किल वक्त में आत्मविश्वास को पहचानने वाला ही सही मायनों में जिंदगी जीना जानता है. . .

हमारे आसपास ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जिनके पास योग्यता और कौशल होने के बावजूद सफलता उनसे कोसों दूर रहती है। ऐसे लोग मन से मजबूत होने के बावजूद कठिन परिस्थिति में कमजोर पड़ जाते हैं, जबकि जीवन में विषम परिस्थितियों से पार पाने का जज्बा ही इंसान को उसकी मंजिल तक पहुंचाता है। आप अपनी खूबियों से अच्छी तरह परिचित हैं और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के बारे में सोचती भी हैं, लेकिन मुश्किल वक्त में उस विश्वास के साथ आगे नहीं बढ़ पातीं तो आपको अपना कॉन्फिडेंस लेवल चेक करने की जरूरत है। जानिए वे कौन सी बातें हैं, जो आपको आगे बढ़ने से रोक सकती हैं।

संकोच छोडें

आप अपने काम में निपुण हैं और वक्त की पाबंद भी हैं, लेकिन अपने सहकर्मियों से बातचीत करने से कतराती हैं। किसी से घुलने-मिलने में डरती हैं और मदद मांगने से पहले कई बार सोचती हैं तो आप पूरी तरह से कॉन्फिडेंट नहीं हैं। संकोच की आदत आपके कॉन्फिडेंस को काफी हद तक कम कर देती है। सफलता पाने के लिए अपने काम में निपुण होना जितना जरूरी है, उतना ही आवश्यक है दूसरों के साथ अच्छा तालमेल बनाना। संकोची व्यक्ति के बारे में अक्सर लोग नकारात्मक सोचते हैं और उससे दूरी बनाकर रखते हैं, जबकि कॉन्फिडेंस बनाए रखने के लिए लोगों का साथ जरूरी है।

खुद का पक्ष लें

आपके सहकर्मी या घर के अन्य सदस्य हर काम आप पर डालकर निश्चिंत हो जाते हैं और आप बिना कुछ कहे चुपचाप उसे पूरा करने में लगी रहती हैं तो आप अपने लिए स्टैंड लेना नहीं जानतीं। यह स्वभाव भी आपके कॉन्फिडेंस को कम करने का काम करता है। दूसरों की मदद करना आपकी अच्छाई दर्शाता है, लेकिन खुद का नुकसान करना या अपने लिए आवाज न उठाना एक तरह का अवगुण है, जिससे छुटकारा पाना बेहद जरूरी है। जब तक आप न कहने की कला नहीं सीखेंगी, तब तक सेल्फ कॉन्फिडेंस से दूर रहेंगी।

बिना डरे आगे बढें

यूं तो आप सबसे अच्छी तरह पेश आती हैं और सभी कामों को अच्छी तरह करना भी जानती हैं, लेकिन जब कोई काम अकेले करना होता है तो आगे बढ़ने से डरती हैं। बात-बात पर दूसरों से मदद के लिए कहती हैं या फिर हर काम पूछ-पूछकर करती हैं। यह आदत दर्शाती है कि आपका कॉन्फिडेंस लेवल काफी कम है। कोई काम आने के बावजूद उसे अकेले दम पर न कर पाना आपके अवगुणों में आता है। ऐसे लोगों को हर कोई संशय की नजर से देखता है और काम कहने से डरता है, जबकि आगे बढ़ने के लिए खुद को प्रूव करना जरूरी है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…