गर्भपात कराने वाले दो फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार…

गर्भपात कराने वाले दो फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार…

गुरुग्राम, 27 जनवरी। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को बादशाहपुर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर गर्भपात कराने वाले दो फर्जी डॉक्टरों को पकड़ा। इन डॉक्टरों से गर्भपात कराने वाली एमटीपी किट भी बरामद की गई। टीम की सूचना पर बादशाहपुर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप कुमार की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत बादशाहपुर थाने में कुल छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए खुद को डॉक्टर बताने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, औषधि नियंत्रक ने दोनों मेडिकल स्टोर को सील कर दिया।

उप सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव को सूचना मिली थी कि बादशाहपुर थाना क्षेत्र में दो डॉक्टर अलग-अलग मेडिकल स्टोर पर प्रैक्टिस करते हैं। दोनों अवैध तरीके से गर्भपात कराने और उसके लिए किट बेचने का काम करते हैं। सिविल सर्जन की ओर से डॉ. प्रदीप कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने एक गर्भवती महिला को छापेमारी के लिए बोगस ग्राहक के रूप में तैयार किया। सबसे पहले गर्भवती महिला को गांव फाजिलपुर स्थित दिव्या मेडिकोज पर भेजा गया। वहां डॉ. संदीप कुमार नाम का व्यक्ति मिला। महिला ने उससे कोख में पल रहे बच्चे को गिरवाने की बात कही। खुद को डॉक्टर बताने वाले संदीप ने उसे इसकी पूरी प्रक्रिया बताते हुए महिला से 800 रुपये लिए और उसे गर्भपात करने वाली एमटीपी किट दी। महिला के इशारे पर टीम ने छापेमारी करते हुए आरोपी को वहां से काबू कर लिया। उसकी पहचान गांव पलरा निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई।

बुधवार देर शाम टीम ने उसी महिला को बादशाहपुर में सोहना रोड पर स्थित मुस्कान मेडिकल स्टोर पर भेजा। वहां प्रैक्टिस करने वाले डॉ. खालिद हुसैन ने महिला को 600 रुपये में गर्भपात करने वाली एमटीपी किट दी। टीम ने वहां भी छापेमारी करते हुए सकतपुर निवासी खालिद हुसैन को काबू कर लिया। कब्जे से टीम ने एमटीपी किट बरामद की। उनसे महिला को दी गई एमटीपी किट का रिकॉर्ड और डॉक्टर होने के दस्तावेज मांगे, लेकिन वो पेश नहीं कर सके।

12वीं पास है दोनों आरोपी :

खुद को डॉक्टर बताने वाले दोनों आरोपी संदीप और खालिद 12वीं पास हैं। छापेमारी के बाद जब टीम ने दोनों से उनके मेडिकल क्वालीफिकेशन के दस्तावेज मांगें, तो आरोपी कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उन्होंने बताया कि वे 12वीं पास हैं। पूछताछ में संदीप कुमार ने बताया कि वह बीते दो महीनों से दिव्या मेडिकोज पर प्रैक्टिस कर रहा है। यहां बतौर प्रबंधक कार्यरत है। वह एमटीपी किट किसी राहुल नाम के व्यक्ति से खरीदता था। वहीं खालिद हुसैन ने पूछताछ में बताया कि वो बीते तीन साल से मुस्कान मेडिकल स्टोर पर प्रैक्टिस कर रहा है। उसने ये किट दिल्ली से खरीदी थी। टीम ने उसके पास से तीन और किट भी बरामद की। उन्हें सील करते हुए पुलिस को सौंप दिया गया।

दूसरों के लाइसेंस पर चला रहे थे मेडिकल स्टोर :

अवैध रूप से गर्भपात कराने वाली किट बेचने वाले दोनों आरोपी बिना डॉक्टर के परामर्श के इन किट की बिक्री कर रहे थे। इसके अलावा पूछताछ में ये सामने आया कि दोनों आरोपी दूसरे लोगों को जारी हुए ड्रग एवं कॉस्मेटिक लाइसेंस पर मेडिकल स्टोर चला रहे थे। संदीप कुमार ने बताया कि जिस मेडिकल स्टोर पर वह काम करता है, उसने उसे हाल ही में किसी दिनेश कुमार नामक व्यक्ति से खरीदा है। इसे चलाने का लाइसेंस भावना ढींगरा के नाम पर है। वहीं खालिद ने बताया कि मुस्कान मेडिकल स्टोर ड्रग एवं कॉस्मेटिक एक्ट के तहत पंजीकृत है और इसके पंजीकृत फार्मासिस्ट का नाम मोहम्मद रफीक है। जिन लोगों के नाम पर मेडिकल स्टोर के लाइसेंस जारी किए गए थे, उनमें से कोई भी मेडिकल स्टोर पर नहीं था और न ही दुकान में लाइसेंस की कोई प्रति नहीं हुई थी। इसके चलते जिला औषधि नियंत्रक ने दोनों मेडिकल स्टोर को सील कर दिया।

एक साल में 15 छापेमारी की :

सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि भ्रूण लिंग जांच और गर्भपात कराने वालों की धरपकड़ के लिए विभाग सक्रिय है। सूचना मिलते ही तुरंत टीम बनाकर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया कि बीते एक साल में करीब 15 रेड की जा चुकी हैं। इन रेड में अवैध रूप से गर्भपात करने वाली एमटीपी किट बेचने वालों सहित भ्रूण लिंग जांच करने वाले कई अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर उन्हें पुलिस के हवाले किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान और कार्रवाई आगे भी निरंतर रूप से जारी रहेंगे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…