लूट में ढाई सौ रुपये ही मिलने पर, बस कंडक्टर को मार डाला…
नई दिल्ली। उत्तर जिला पुलिस ने 12 घंटे के भीतर बस कंडक्टर की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए दो बदमाशों को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि लूट के दौरान कंडक्टर के पास सिर्फ ढाई सौ रुपये थे, जिससे गुस्साकर उन्होंने उसकी हत्या कर दी थी। डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों फैज और फराज के कब्जे से जहांगीरपुरी से चोरी की गई बाइक भी बरामद की गई है। फराज पेशे से बढ़ई का काम करता है।
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि बुधवार सुबह यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क के पास खड़ी बस में दीपक नाम के शख्स की लाश मिली थी। जांच में सामने आया कि बस में सो रहे कंडक्टर दीपक की गला रेतकर और सिर पर ईंट से प्रहार कर हत्या की गई थी। बस में फ्रेंडली एंट्री की गई थी। मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए एसीपी तिमारपुर स्वागत पाटिल की देखरेख में इंस्पेक्टर शंभूनाथ और स्पेशल स्टाफ इंचार्ज एसआई राकेश देसवाल के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया।
पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो लाल रंग की एक बाइक पर दो शख्स नजर आए। पुलिस टीम दोनों संदिग्ध की तलाश में वजीराबाद में घूमती रही। इसी दौरान स्पेशल स्टाफ के हेडकांस्टेबल अंसार खान को दोनों संदिग्ध नशे की हालत में वजीराबाद में नजर आए, जिनकी पहचान फैज और फराज के तौर पर हुई।
पूछताछ में मालूम हुआ कि दीपक को आरोपी फैज पहले से जानता था। फैज और फराज को स्मैक पीने के लिए रुपये चाहिए थे। दोनों को उम्मीद थी कि दीपक के पास पांच-छह हजार रुपये तो होंगे ही। रात को फैज ने बस के बाहर खड़े होकर दीपक को आवाज लगाई। इसके बाद बस के अंदर घुसकर आरोपियों ने पेपर कटर से मारने का डर दिखाकर रुपये लूट लिए। लेकिन, जब दीपक के पास से सिर्फ ढाई सौ रुपये मिले तो आरोपियों ने कटर से गला रेत दिया। इसके बाद उसे तड़पता देखकर फैज ने ईंट से सिर पर कई बार प्रहार किए।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…