करोड़ों रुपये की चोरी: एसटीएफ के लिए चुनौती बनी गैंगस्टर…

करोड़ों रुपये की चोरी: एसटीएफ के लिए चुनौती बनी गैंगस्टर…

एएसआइ और आइपीएस की गिरफ्तारी…

गुरुग्राम। करोड़ों रुपये की चोरी के मामले में मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास लगरपुरिया, दिल्ली पुलिस में एएसआइ विकास के साथ ही आइपीएस धीरज सेतिया की गिरफ्तारी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के लिए चुनौती बन गया है। पूरी ताकत झोंकने के बाद भी तीनों पकड़ से बाहर हैं। दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बाहर जहां भी वे छिप सकते हैं, वहां पर कई-कई बार छापेमारी की जा चुकी है। तीनों की गिरफ्तारी से ही मामले में अब जांच आगे बढ़ेगी। उनसे पूछताछ से ही पता चलेगा कि कितने करोड़ रुपये की चोरी का मामला है और पैसे किन लोगों को बांटे गए। मामले में अब तक तीन डाक्टर सहित कुल 17 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। नौ आरोपितों के खिलाफ चालान भी पेश किए जा चुके हैं।

पिछले वर्ष चार और पांच अगस्त की रात खेड़कीदौला थाना इलाके की एक सोसायटी के दो फ्लैट से लगभग 30 करोड़ रुपये (अब तक की जांच के मुताबिक) चोरी हो गए थे। पैसे अल्फाजी कार्प मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के थे। मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपितों से लगभग छह करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं। छानबीन के मुताबिक पूरे मामले का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया है। उसी के इशारे पर उसके गैंग के गुर्गों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।

चोरी के बाद पैसे दिल्ली पुलिस के स्पेशल ब्रांच में तैनात एएसआइ विकास के पास पहुंचाए गए थे। कुछ राशि दिल्ली के द्वारका इलाके के एक फ्लैट में भी पहुंचाई गई थी। आइपीएस धीरज सेतिया के पास उस दौरान गुरुग्राम में पुलिस उपायुक्त (क्राइम) की अतिरिक्त जिम्मेदारी थी। आरोप है कि उन्होंने मामले को रफा-दफा करने के लिए कुछ राशि ली थी। इस बारे में एसटीएफ के डीआइजी सतीश बालन से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…