संरा मिशन ने यूएई के बंधक बनाए गए जहाज के चालक दल के सदस्यों से बात की…

संरा मिशन ने यूएई के बंधक बनाए गए जहाज के चालक दल के सदस्यों से बात की…

संयुक्त राष्ट्र, 13 जनवरी। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि उसने संयुक्त अरब अमीरात के ध्वज वाले मालवाहक जहाज के चालक दल के सदस्यों से बात की है। इस जहाज को यमन के होदीदा बंदरगाह में हूती विद्रोहियों ने बंधक बना लिया है और इसमें सात भारतीय सवार हैं।

होदीदा समझौते के समर्थन में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमएचए) ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘अपनी नियमित साप्ताहिक गश्त के दौरान यूएनएमएचए अस-सलीफ बंदरगाह और पड़ोसी इलाकों में गया। गश्ती दल ने कुछ दूरी से रवाबी जहाज को देखा और उसके चालक दल के सदस्यों से बात की।’’

उसने बताया, ‘‘यूएनएमएचए गश्ती दल स्थानीय लोगों से बातचीत करने के लिए अस सलीफ में एक मछली बाजार और एक स्थानीय स्कूल भी गया। गश्ती वाले इलाकों में सैन्यीकरण का कोई संकेत नहीं मिला।’’

भारत ने इस महीने की शुरुआत में यमन के होदीदा बंदरगाह पर हूती विद्रोहियों द्वारा बंधक बनाए गए जहाज पर सवार सात भारतीयों की तत्काल रिहाई का अनुरोध किया है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा, ‘‘हम यमन में सैन्य अभियानों के निरंतर तीव्र होने से चिंतित हैं। पिछले कुछ वर्षों में सना, मारिब और शाब्वा में भीषण झड़पें शांति की संभावनाओं को कमजोर कर रही हैं।’’

यमन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को तिरुमूर्ति ने चिंता जतायी कि इस महीने की शुरुआत में होदीदा तट पर संयुक्त अरब अमीरात के ‘रवाबी’ जहाज को बंधक बनाने से पहले से चल रहा तनाव और बढ़ेगा।

तिरुमूर्ति ने कहा, ‘‘हम इस कृत्य पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं जिसने क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। जहाज में सवार चालक दल के सदस्यों में सात भारतीय नागरिक भी शामिल हैं और हम उनकी सुरक्षा तथा कुशलक्षेम को लेकर बहुत चिंतित हैं।’’

हूती विद्रोहियों से चालक दल के सदस्यों और जहाज को तत्काल रिहा करने का अनुरोध करते हुए तिरुमूर्ति ने कहा कि हूती पर चालक दल के सदस्यों की रिहाई तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी है।

विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि यमन में होदीदा बंदरगाह के पास हूतियों द्वारा कब्जाये, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का झंडा लगे मालवाहक जहाज पर सवार सभी सात भारतीय सुरक्षित हैं और सरकार उनकी जल्द रिहाई के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…