सोनू सूद को चुनाव आयोग ने दिया झटका, अब नहीं रहे ‘पंजाब आइकन’, ये है वजह…
मुंबई, 08 जनवरी। सोनू सूद को केंद्रीय चुनाव आयोग की तरफ से एक बड़ा झटका लगा। कमीशन ने ऐक्टर को स्टेट आइकन ऑफ पंजाब के पद से हटा दिया है। 16 नवंबर 2021 को ऐक्टर इस पर चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए थे और 4 जनवरी को उन्हें आधिकारिक रूप से हटा दिया गया। इसकी जानकारी खुद पंजाब के सीईओ यानी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर एस. करुणा राजू ने दी है। बताया है कि 4 जनवरी को ही चुनाव आयोग ने अपॉइंटमेंट विड्रा कर लिया है। पंजाब सीईओ ने 10 दिसंबर 2021 को ही चुनाव आयोग से लिखित में कहा था कि वह ऐक्टर को पंजाब स्टेट आइकन के पद से हदा दें। जिसके बाद इस पर फैसला लेते हुए 4 जनवरी को उन्हें इससे रिलीज कर दिया गया। इस पूरे मामले पर ऐक्टर सोनू सूद ने भी अपनी राय साझा की है। दरअसल, सोनू सूद को राज्य में वोटिंग पर्सेंटेज को बढ़ाने के लिए आइकन बनाया गया था। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में लाखों लोगों की मदद की थी। इससे उनकी पॉप्यूलैरिटी काफी बढ़ गई थी। यही देखते हुए उन्हें चुनाव आयोग ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। हालांकि सोनू सून ने भी पद से हटाए जाने पर ट्वीट किया। उन्होने लिखा, ‘सभी अच्छी चीजों की तरह, यह यात्रा भी समाप्त हो गई है। मैंने अपनी इच्छा से पंजाब के स्टेट आइकन का पद छोड़ दिया है। यह फैसला मेरे और चुनाव आयोग दोनों की रजामंदी से लिया गया था। क्योंकि मेरे परिवार का एक सदस्य पंजाब विधानसभा चुनाव में खड़ा हो रहा है। फिलहाल मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’ इस ट्वीट में सोनू सूद अपनी बहन की बोत कर रहे हैं। उनकी बहन मालविका सूद इस बार चुनाव लड़ने जा रही हैं। उन्होंने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी मोगा में दी थी। पहले ऐक्टर के भी किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ने पर अटकलें लगाई जा रही थीं। क्योंकि उन्होंने पहले दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुकालाकात की थी। फिर पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी से भी मिले थे। लेकिन अभी वह किसी पार्टी के साथ नहीं हैं। सोनू सूद के वर्क फ्रंट की बात करें तो वह 2022 में आने वाली फिल्म ‘फतेह’, ‘पृथ्वीराज’, ‘आचार्य’ और ‘किसान’ में नजर आने वाले हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…