अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से 40 प्रतिशत अफगान मीडिया आउटलेट हुए बंद…
काबुल, 24 दिसंबर। दो गैर-लाभकारी संस्थाओं द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में कुल 231 मीडिया आउटलेट (40 प्रतिशत) बंद हो गए हैं, जिससे कई पत्रकारों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) और अफगान इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (एआईजेए) के सर्वेक्षण से यह भी पता चला है कि तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण 80 प्रतिशत महिला पत्रकार और मीडियाकर्मी बेरोजगार हो गई हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि 15 अगस्त से अब तक कुल 231 मीडिया आउटलेट को बंद करना पड़ा है और 6400 से अधिक पत्रकारों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। यहां महिला पत्रकार सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं, जिनमें से पांच में से चार अब काम नहीं कर रही हैं।
आरएसएफ और एआईजेए के अनुसार, इस साल की शुरूआत से चल रहे 543 मीडिया आउटलेट्स में से केवल 312 ही नवंबर के अंत तक काम कर रहे थे।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि हर 10वां मीडिया आउटलेट समाप्त हो गया है और 60 प्रतिशत पत्रकार और मीडिया कर्मचारी अब काम नहीं कर पा रहे हैं। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में बहुत अधिक नुकसान हुआ है। उनमें से 84 प्रतिशत ने अपनी नौकरी खो दी है।
गैर-लाभकारी संस्थाओं के अनुसार, काबुल के पतन से पहले अफगानिस्तान के अधिकांश प्रांतों में कम से कम 10 निजी मीडिया संगठन काम कर रहे थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…