फ्रांस ने चेहरे की पहचान डेटा को हटाने के लिए क्लियरव्यू एआई का दिया ऑर्डर…

फ्रांस ने चेहरे की पहचान डेटा को हटाने के लिए क्लियरव्यू एआई का दिया ऑर्डर…

सैन फ्रांसिस्को, 17 दिसंबर। फ्रांस के डेटा प्राइवेसी वॉचडॉग सीएनआईएल ने विवादास्पद फेशियल रिकग्निशन स्टार्ट-अप क्लियरव्यू एआई का आदेश दिया है, जिसने देश में स्थित लोगों के डेटा का उपयोग बंद करने के लिए दुनिया भर में 10 बिलियन इमेजिस एकत्र किए हैं।

नियामक के अनुसार, एआई स्टार्टअप का इस्तेमाल विभिन्न खुफिया एजेंसियों द्वारा चेहरों के लिए एक खोज इंजन के रूप में किया जा रहा है और फर्म उन लोगों की पूर्व सहमति नहीं मांगती है, जिनकी इमेजिस उसने ऑनलाइन एकत्र की हैं।

टेकक्रंच ने सीईओ होन टन के हवाले से कहा, हम केवल खुले इंटरनेट से सार्वजनिक डेटा एकत्र करते हैं और गोपनीयता और कानून के सभी मानकों का पालन करते हैं। मेरा और मेरी कंपनी का इरादा हमेशा समुदायों और उनके लोगों को बेहतर, सुरक्षित जीवन जीने में मदद करना रहा है।

डेटा सुरक्षा प्राधिकरण ने क्लियरव्यू को आदेश दिया है कि वह दो महीने के भीतर फ्रांसीसी क्षेत्र के लोगों से इमेजिस निकालना बंद करे और इस तरह से एकत्र किए गए डेटा को हटा दे।

अमेरिका स्थित फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर फर्म का दावा है कि इसकी तकनीक ने कानून प्रवर्तन को पेडोफाइल्स,आतंकवादियों और यौन तस्करों सहित सैकड़ों बड़े अपराधियों को ट्रैक करने में मदद की है।

इससे पहले, फेसबुक, लिंक्डइन, ट्विटर और यूट्यूब सहित कई टेक कंपनियों ने मांग की थी कि क्लियरव्यू एआई को अपने प्लेटफॉर्म से इमेज इकट्ठा करना बंद कर देना चाहिए।

विवादास्पद ऐप मैच खोजने के लिए इमेजिस का उपयोग करता है। इन इमेजिस को फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया साइटों से लिया गया है।

कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अलावा, क्लियरव्यू एआई द्वारा पेश की जाने वाली तकनीक का उपयोग वॉलमार्ट और एनबीए सहित कई अन्य संस्थाओं द्वारा किया गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…