इस मौसम में भी हो सकती हैं पेट की परेशानियां…
अगर अब तक आप ये सोचा करते रहे कि गर्मी के मौसम में ही पेट अपसेट हुआ करता है तो एक बार जरा और सोचिए। ठंड का मौसम मतलब, पेट पर अत्याचार नहीं है। पेट की सेहत के लिहाज से यह मौसम भी परेशानियां खड़ी कर सकता है।
ठंडी हवा का बुरा असर
सूखी, सर्द हवाएं इस मौसम की खास पहचान हैं। यही हवाएं स्किन से लेकर पेट तक पर बुरा असर डालने का काम करती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यदि आप पेट को अच्छी तरह कवर किए बिना सर्द हवा में बाहर निकलते हैं तो आपके पेट के अपसेट होने का पूरा खतरा हो सकता है। खासकर अगर आप रात के भोजन के बाद ऐसा करते हैं तो। भोजन के बाद पाचन तंत्र के काम में अचानक मौसम के बदलने से प्रभाव पड़ता है। ऐसे में यदि पेट को गर्म या ढंका हुआ न रखा जाए तो मुश्किल खड़ी हो सकती है।
मुसीबत के रास्ते
यूं सर्द मौसम में भोजन को लेकर आम धारणा यही है कि यह मौसम भरपेट, गरिष्ठ खाद्यों का है। यही कारण है कि इस मौसम में लोग पेट को दांव पर लगा डालते हैं। मुश्किल यहीं से शुरू होती है। ठंडी हवाएं वाकई एक तरह से हमें और खाने को उकसाती हैं। ऊपर से इस मौसम में फिजिकल एक्टिविटीज भी कम हो जाती हैं और पानी का इंटेक भी घट जाता है। यही सब चीजें मिलकर दिक्कत देती हैं।
कुछ बातों का खयाल रखा जाए…
-एक साथ बहुत मात्रा में खाने से बचें। पोर्शन मील हर मौसम में फायदेमंद होता है
-अपने व्यायाम और फिजिकल एक्टिविटीज को जारी रखें। रात के भोजन के बाद थोड़ा टहलें जरूर
-बहुत गरिष्ठ, घी-तेल- मसालों से बने भोजन की मात्रा को सीमित करें। कोशिश करें कि इस प्रकार का भोजन हफ्ते में एक बार और दिन में करें
-नींद और आराम का भी पूरा खयाल रखें। बहुत ज्यादा थकान भी पेट की सेहत पर असर डाल सकती है
-पानी की पर्याप्त मात्रा का सेवन करें क्योंकि इस मौसम में प्यास कम महसूस होती है और पसीना भी कम आता है। पानी को लेकर सतर्क रहना जरूरी है
-भरपूर मात्रा में फाइबर युक्त फलों-सब्जियों और भोजन का सेवन करें
-धीरे-धीरे खाएं, ताकि बहुत मात्रा में खाने से बच सकें
-यदि त्योहार के समय ज्यादा गरिष्ठ खाने में आया हो तो अगले दो-तीन दिन एकदम हल्का भोजन करें
ये हैं कुछ आम तकलीफें
ठंड का प्रभाव शरीर को कई तरह से परेशानी में डाल सकता है। कुछ आम तकलीफें जो इस तरह के मौसम में दिक्कत देती हैं वे इस प्रकार हैं-
-दस्त, उल्टी
-तेज पेट दर्द
-पेट में खिंचाव या अकड़न
-चक्कर आना या नॉशिया
-सीने में जलन या एसिडिटी
-सिरदर्द, पेट में भारीपन या शरीर के कुछ हिस्सों में भारीपन या दर्द
-कब्ज, गैसेस, जी घबराना, मितली जैसा महसूस होना
-बुखार तथा साथ में सर्दी-जुकाम आदि
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…