पीड़िता की पीएम रिपोर्ट आई, रेलवे एसपी बोलीं- युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था…

पीड़िता की पीएम रिपोर्ट आई, रेलवे एसपी बोलीं- युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था…

हाथ-पैर के हिस्से पर घांव के निशान भी मिले…

गुजरात:- नवसारी की छात्रा पर वडोदरा में गैंगरेप के बाद वलसाड में गुजरात क्वीन ट्रेन में मृतावस्था में बरामद शव के मामले में 21 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर बुधवार को रेलवे एसपी परीक्षिता राठौड़ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि युवती पर रेप हुआ है और उसके हाथ-पैर के हिस्से पर घांव के निशान भी पाए गए है। दुष्कर्म के मामले में रेलवे एसपी परीक्षिता राठौड़ ने बताया कि इस केस को सुलझाने के लिए डीजीपी की ओर से एसआईटी का गठन किया गया है।

अभी तक 300 से अधिक अपराधियों की पूछताछ की गई है।

नवसारी की युवती का रिक्षा में अपहरण किया गया था, जिसके कारण आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए वडोदरा तथा आसपास के एक हजार से अधिक रिक्शा चालकों के बयान लिए गए है। दुष्कर्म की घटना शाम 6.30 बजे हुई थी। इस केस को सुलझाने के लिए वडोदरा के वैक्सीन इंस्टिट्यूट ग्राउंड के आसपास की सोसाइटियों के लोगों के भी घर घर जाकर जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस गुत्थी को तुरंत असर से सुलझाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।

पीड़िता जीवित होती तो मामला सुलझ गया होता

रेलवे एसपी ने बताया कि पुलिस निरंतर अपराधियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। जबकि पीड़िता अगर जीवित होती तो यह मामला सुलझ गया होता। ओएसिस संस्था की ओर से अच्छी तरह से सहयोग मिल रहा है। यह घटना 29 अक्टूबर को हुई थी और मामला 3 नवंबर की तारीख को दर्ज किया है। डायरी का पन्ना फटा इस संदर्भ में सवाल पूछने पर उन्होंने बताया कि फिलहाल कोई सबूत नहीं मिले है इसलिए हमारी जांच निरंतर चल रही है। पीड़ित बेटी ने अपनी डायरी में अपनी वेदना व्यक्ति की थी। युवती जिस संस्था में काम करती थी उसके ट्रस्टियों ने फटे हुए पेज के फोटो पुलिस को सुपूर्द किए है।

अब तक सुराग नहीं, जांच के लिए एसआईटी का गठन

एसपी ने कहा कि ट्रेन के डिब्बे में युवती के हाथ तथा पैर के हिस्से पर घांव के निशान मिले है। जिसके कारण उसके पीएम रिपोर्ट के आधार पर युवती के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टी हुई है। लेकिन फिलहाल आरोपी तक पहुंचा जाए ऐसा कोई सबूत हमारे हाथ नहीं लग सका है। उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस की जांच में पुलिस की अनेक टीमों द्वारा एक हजार से अधिक रिक्शा चालकों सहित 800 लोगों की पूछताछ की गई है, लेकिन अपराधियों की एक भी कड़ी उन्हें नहीं मिल सकी है। घटना के 21 दिन बाद भी इस मामले में सीआईडी क्राइम, रेलवे पुलिस महानिदेशक की ओर से 9 सिनियर पुलिस अधिकारियों का चयन कर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…