हैपिएस्ट माइंड्स की अमेरिकी बाजार पर निर्भरता कम करने की कोशिश…

हैपिएस्ट माइंड्स की अमेरिकी बाजार पर निर्भरता कम करने की कोशिश…

मुंबई, 05 नवंबर। सितंबर तिमाही में शुद्ध आय में करीब 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने वाली घरेलू सॉफ्टवेयर कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज़ अपने राजस्व आधार को स्थिर करने के लिए अब अमेरीकी बाजार पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश में है।

भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए अमेरिका राजस्व जुटाने का सबसे बड़ा बाजार है। अमेरिका से इन घरेलू कंपनियों को औसतन करीब 48 फीसदी राजस्व मिलता है, जो पहले 55-60 फीसदी हुआ करता था। हैपिएस्ट माइंड्स के मामले में यह अनुपात 70 फीसदी है। कंपनी इसे घटाकर 65 फीसदी के नीचे लाना चाहती है।

कंपनी के कार्यकारी वाइस चेयरमैन जोसेफ अनंतराजू ने कहा, ”पहले हमारा करीब 80 फीसदी राजस्व अमेरिका से आता रहा है। लेकिन हम अमेरिकी बाजार पर राजस्व निर्भरता को कम करने के लिए अपने राजस्व ढांचे को विविधता दे रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में यह अनुपात घटकर 66 फीसदी पर आ गया है जो एक साल पहले 77 फीसदी था। अगले कुछ वर्षों में इसे 65 फीसदी के नीचे स्थिर रखने की सोच है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…