लखनऊ में धूमधाम से मनाई गई धनतेरस…
लखनऊ, 03 नवंबर। लखनऊ में महामारी के प्रकोप की चिंता किए बिना खूब धूमधाम से धनतेरस मनाई गई।
राज्य की राजधानी ने मंगलवार को लगभग 2900 करोड़ रुपये का व्यापार किया।
ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक धनतेरस पर 500 किलोग्राम से ज्यादा सोना और 10 क्विंटल चांदी बिकी है।
ज्वैलरी और सोने के सिक्कों की सबसे ज्यादा बिक्री हुई। एक व्यापारी के परिवार ने 30 लाख रुपये का हीरा सेट भी खरीदा।
ज्वैलर्स ने कहा कि अधिकांश लोगों ने सोने के स्टड, पेंडेंट के साथ स्लिम चेन, डायमंड ब्रेसलेट, सॉलिटेयर रिंग, सिल्वर ट्रिंकेट जैसे पायल और ट्रेंडी लाइट वेट ज्वैलरी जैसे न्यूनतर आभूषण खरीदे है।
हालांकि, शादियों के लिए आभूषण खरीदने वालों ने गहन रूप से तैयार किए गए सोने और मीनाकारी के टुकड़ों को चुना।
ऑटोमोबाइल सेक्टर ने एक दिन में 700 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की जो एक तरह का रिकॉर्ड है।
बिजली के सामान, विशेष रूप से गीजर में भी 400 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई, जबकि बर्तन जो आमतौर पर मध्यम वर्ग की बकेट लिस्ट में होते हैं, 300 करोड़ रुपये में बिके।
मोबाइल की बिक्री बढ़कर 30 करोड़ रुपये हो गई और प्रतिबंध के बावजूद पटाखों की बिक्री 50 करोड़ रुपये आंकी गई।
एक युवा कार्यकारी आशुतोष शर्मा ने कहा कि उन्होंने इस साल 20,000 रुपये के पटाखे खरीदे हैं।
उन्होंने कहा कि हम लगभग दो वर्षों के बाद बड़े पैमाने पर त्योहार मना रहे हैं। मेरा परिवार भी इसमें शामिल होगा और इसलिए मैंने बड़ी मात्रा में पटाखे खरीदे हैं।
जहां सूखे मेवों की बिक्री 20 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई, वहीं मिठाई हमेशा पसंदीदा रही और 50 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई।
रेडीमेड वस्त्र 50 करोड़ रुपये से अधिक में बिके जबकि सजावटी वस्तुओं की बिक्री लगभग 20 करोड़ रुपये दर्ज की गई।
इसके अलावा रियल एस्टेट कारोबार में भी तेजी दर्ज की गई और मंगलवार को 850 करोड़ रुपये की संपत्ति की रजिस्ट्री-बुकिंग की गई।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…