लखीमपुर हिंसा में बड़ी खबर… किसानों को कुचलने वाली गाड़ियों के काफिले में मौजूद था आशीष मिश्रा ! नेपाल भागा….?

लखीमपुर हिंसा में बड़ी खबर…

    इस युवक ने बताया था कि भैया भी गाड़ी में थे 👆

किसानों को कुचलने वाली गाड़ियों के काफिले में मौजूद था आशीष मिश्रा ! नेपाल भागा….?

आशीष के साथ लखनऊ का अंकित दास भी फार्च्यूनर कार में था, उसी ने गोली चलाई थी !..

सुप्रीम कोर्ट में आज फिर होगी मामले में सुनवाई…

लखनऊ। लखीमपुर के तिकुनिया में रविवार को किसानों को गाड़ियों से कुचलकर मारे जाने की लोमहर्षक घटना में बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा “टेनी” का बेटा आशीष मिश्रा “मोनू भैया” उस दिन उन गाड़ियों के काफिले में मौजूद था, जिनसे किसानों को कुचला गया था। सूत्रों के हवाले से मिल रहीं खबरों में यह बात सामने आ रही है कि आशीष मिश्रा थार जीप के पीछे चल रही फार्च्यूनर कार में मौजूद था और उसी कार में उसके साथ पूर्व सांसद/केंद्रीय मंत्री सव. अखिलेश दास का लखनऊ निवासी भतीजा अंकित दास भी मौजूद था। सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि अंकित दास ने पिस्टल से हवा में फायर भी किए थे ! एफआईआर में अब अंकित दास का भी नाम बढ़ाए जाने की कवायद की जा रही है।
इस मामले में एक और बड़ी खबर ये है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का नामजद आरोपी बेटा आशीष मिश्रा नेपाल भाग गया है ? उसकी आखिरी लोकेशन नेपाल के पास मिलने की बात कही जा रही है। आशीष मिश्रा को आज पुलिस ने बयान देने के लिए बुलाया था जो खबर लिखे जाने तक नहीं पहुंचा था। बताते चलें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई शुरू होने के बाद पुलिस ने कल ही लखीमपुर स्थित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के आवास पर आशीष मिश्रा को बयान देने के लिए नोटिस चस्पा किया था।
हैरानी की बात है कि अभी तक आशीष मिश्रा व उसके पिता अजय मिश्रा न्यूज चैनलों पर जोर-शोर से कह रहे थे, दावा कर रहे थे कि किसानों को कुचलने वाली गाड़ियों में आशीष मिश्रा नहीं था। वहीं राज्य सरकार एवं भाजपा नेताओं की ओर से भी लगातार दावा किया जा रहा है कि किसी भी दोषी को नहीं बख्शा जाएगा। अब आशीष मिश्रा के गाड़ी में मौजूद होने एवं उसके नेपाल भागने की खबरों से विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और बड़ा मौका मिल गया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में आज दोपहर फिर इस मामले में सुनवाई होगी। (8 अक्तूबर 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,